|
मध्यप्रदेश के खरगोन के निजी अस्पताल में तबीयत खराब होने पर 8 साल के यश दीक्षित को सोमवार को भर्ती किया गया था. बच्चे को भर्ती कराने के बाद जब उसके पिता पैसों के इंतजाम के लिए बैंक पहुंचे तो वहां लंबी लाइन देख वे परेशान हो गए. हालांकि, बैंक ने उनकी मुश्किल अनोखे तरीके से दूर कर दी.
दरअसल, एक तरफ बेटा अस्पताल में भर्ती था तो दूसरी तरफ बैंक के बाहर लगी लंबी कतार . ऐसे में एक बारगी तो यश के पिता निराश हो गए. लेकिन इसी दौरान उनकी परेशानी कतार में लगे लोगों से होती हुई बैंक के अंदर बैठे मैनेजर तक जा पहुंची.
थोड़ी ही देर बाद खुद बैंक मैनेजर राजेश भोजवानी पैसे निकालने का फार्म लेकर अस्पताल पहुंचे और बीमार बच्चे के अभिभावक को 5 हजार रुपये सौंप दिए. मैनेजर की इस दरियादली से परेशान अभिभावकों को राहत मिल गई. अस्पताल में मौजूद दूसरे लोगों ने भी मैनेजर की सराहना की. वहीं इस वाकये ने मानवीयता की एक नई मिसाल भी पेश की है.