जिस हनीप्रीत की तलाश हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली और महाराष्ट्र से लेकर नेपाल तक हुयी वो आखिरकार खुद सामने आ ही गयी. राम रहीम को 20 साल की सजा सुनाये जाने के बाद से उसका अब तक अता पता नहीं था. उसके खिलाफ राम रहीम को सजा के बाद भगाने और पंचकुला दंगा रचने की साजिश का आरोप है. लम्बे समय से फरार चल रही हनीप्रीत की घर वापसी हुयी है और उसने आज तक को दिए इंटरव्यू में बताया कि ‘मेरी जैसी तस्वीर पेश की गयी उससे मैं डर गयी हूँ. मेरे और मेरे पापा के बीच पवित्र रिश्ता है.
हनीप्रीत से जब ये पूछा गया कि इतने दिन तक वह कहाँ रहीं. तो इसके जवाब में उसने बताया कि हरियाणा से किसी तरह मैं दिल्ली गई. अब पंजाब-हरियाणा कोर्ट जाउंगी. सरेंडर करने के सवाल पर हनीप्रीत का जवाब था कि इस पर वह कानूनी सलाह लेगी.
जब उससे पूछा गया कि आप पुलिस के सामने क्यों पेश नहीं हो रही हैं. इसके जवाब में उसने रोते हुए कहा कि आप मेरी मानसिक हालत समझिये, मैं डिप्रेशन में चली गयी थी. मुझे तो किसी तरह की प्रक्रिया का पता ही नहीं था. कुछ लोग पूछ रहे हैं कि मैं पापा के साथ हेलीकाप्टर में कैसे गयी थी तो मैं बता दूँ कि मैं कोर्ट की इजाज़त के बाद गयी थी.
दंगे का आरोप
दंगा भड़काने के आरोप पर हनीप्रीत का कहना था कि ‘आप मेरे खिलाफ एक भी क्लिप दिखा दीजिये, जिसमें मैं कुछ कह रही होऊं या जिससे ये साबित हो कि मैं दोषी हूँ. कुछ लोगों को साजिश के तहत दंगा भड़काने के लिए भेजा गया था.’
डेरे के रहस्य पर हनीप्रीत ने कहा कि डेरे में जो लोग नरकंकाल ढूँढने गए थे उन्हें नरकंकाल मिले क्या. जिन दो लड़कियों ने आरोप लगाए क्या वे कभी सामने आयीं. केवल चिट्ठी के आधार पर पापा को दोषी ठहरा दिया गया.
राम रहीम से रिश्ते पर हनीप्रीत ने कहा कि मेरा और पापा का पवित्र रिश्ता है एक बाप बेटी की तरह. क्या बाप अपनी बेटी के सिर पर हाथ नहीं रख सकता. क्या बेटी अपने पापा से लाड़ नहीं कर सकती. जैसे ही विश्वास गुप्ता के आरोपों का ज़िक्र किया गया, हनीप्रीत ने कहा कि विश्वास गुप्ता के बारे में वह कोई भी बात नहीं करना चाहती.
हनीप्रीत का अगला कदम क्या होगा, फिलहाल ये तो स्पष्ट नहीं है. फिर भी उसकी वापसी इस बात का संकेत है कि वह अपने लिए बिना मजबूती किये वापस नहीं लौटी होगी. हनी की खुद वापसी वाकई एक दिलचस्प किस्सा है. ये किस्सा आगे क्या गुल खिलायेगा, ये हम आप तक पहुंचाते रहेंगे.